जो हुआ समझे उसको ईश्वर की इच्छा का सम्मान करें। खुद को संभाले और अपना आत्मोत्थान करें। जो हुआ समझे उसको ईश्वर की इच्छा का सम्मान करें। खुद को संभाले और अपना आत्मोत्...
दिल के अंतस से उपजी एक कविता..... दिल के अंतस से उपजी एक कविता.....
हे माँ सरस्वती तेरी वंदना करें वंदना करे तेरी अर्चना करें। हे माँ सरस्वती तेरी वंदना करें वंदना करे तेरी अर्चना करें।
जिसके लिये यह आस धरे हैं एक वहीं जो बन बलवान दुनिया की जो धार तेज़ पर कर पायेगा महाबलिदान जिसके लिये यह आस धरे हैं एक वहीं जो बन बलवान दुनिया की जो धार तेज़ पर ...
नारी तो आज भी प्रताड़ित है, और शायद उसने इसे अपनी, नियति ही मान लिया है। नारी तो आज भी प्रताड़ित है, और शायद उसने इसे अपनी, नियति ही मान लिया है।
उत्थान नये भारत का शुरू हम सबसे ही मिलकर होगा। विश्व गुरू बने राष्ट्र अपना यह ध्यान ही मन... उत्थान नये भारत का शुरू हम सबसे ही मिलकर होगा। विश्व गुरू बने राष्ट्र अपन...